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डिप्थीरिया एक गंभीर जीवाणु-संबंधी (बैक्टीरियल) रोग है, जो कोरिनेबैक्टीरियम डिप्थीरिया जीवाणु के कारण होता है। एक समय यह पूरे विश्व में बच्चों की मृत्यु का प्रमुख कारण बन गया था, लेकिन अब इसे टीकाकरण (वैक्सीनेशन) से रोका जा सकता है।

टीआईएपी द्वारा निर्धारित टीकाकरण(वैक्सीनेशन) समय-सारणी टीकाकरण व प्रतिरक्षण प्रथाओं की सलाहकार समिति (एसीवीआईपी) * भारतीय बाल रोग अकादमी (इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स)
यदि आप टीकाकरण (वैक्सीनेशन) नही करवा पाये हैं, तो आपको क्या करना चाहिए?
कैच-अप वैक्सीनेशन

यदि आप निर्धारित समय के दौरान इन टीकाकरणों (वैक्सीनेशन) की खुराक नही ले पाते हैं, तो आप कैच-अप टीकाकरण के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं।

क्या आप जानते थे?
  • डिप्थीरिया सभी उम्र के व्यक्तियों को प्रभावित करता है, लेकिन अक्सर यह गैर-प्रतिरक्षित(अन-इम्यूनाइज़्ड) बच्चों को प्रभावित करता है
  • व्यापक स्तर पर चलाये जाने वाले टीकाकरण(वैक्सीनेशन) कार्यक्रमों का प्रारंभ करने के बाद से दुनिया भर में डिप्थीरिया पीड़ित व्यक्तियों की संख्या में बड़ी तेजी से गिरावट आई है।
विलम्ब न करें!

डिप्थीरिया टीकाकरण(वैक्सीनेशन) के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।

डिप्थीरिया क्या है?

कोरिनेबैक्टीरियम डिप्थीरिया जीवाणु के संक्रमण से डिप्थीरिया होता है। इसमें मुख्य रूप से ऊपरी वायुमार्ग और गले में संक्रमण हो जाता है। जीवाणु (बैक्टीरिया) विषैले पदार्थ उत्पन्न करते हैं जिससे गले और टॉन्सिल पर मृत ऊतकों की एक परत विकसित हो जाती है।

रोगी को गले में खराश महसूस हो सकती है और उसे निगलने या सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। यदि समय पर इसका उपचार नहीं कराया जाता है, तो यह रोग जानलेवा साबित हो सकता है।

डिप्थीरिया कैसे फैलता है?

डिप्थीरिया जीवाणु (बैक्टीरिया) आमतौर पर श्वासनली के ऊपरी भाग में रहते हैं और साँस में पानी का छोटी बूंदों के साथ-साथ शारीरिक संपर्क द्वारा आसानी से फैल सकते हैं।

खांसना और छींकना जीवाणु (बैक्टीरिया) फैलाने के सबसे सामान्य तरीके हैं। संक्रमित खुले घाव या फोड़े (अल्सर) को छूने से भी आपको संक्रमण हो सकता है।

डिप्थीरिया के लक्षण और समस्याएं

डिप्थीरिया सामान्य तौर पर श्वसन प्रणाली को प्रभावित करता है। संक्रमित व्यक्ति को सांस लेने और कुछ भी निगलने में परेशानी होने लगती है।

जीवाणु (बैक्टीरिया) का त्वचा पर भी प्रभाव पड़ सकता है।

सीडीसी के अनुसार, श्वसन प्रणाली में डिप्थीरिया संक्रमण के कुछ सामान्य लक्षण हैं:

कमजोरी गले में खराश
हल्का बुखार
गले में सूजी हुई ग्रंथियाँ
इसके अलावा, जीवाणु (बैक्टीरिया) विषैले पदार्थ उत्पन्न कर सकते हैं, जिससे 'स्यूडोमेम्ब्रेन' बनता है, जो आपके गले व नाक में मौजूद जीवाणु (बैक्टीरिया) के कारण मृत ऊतक की एक परत होती है। अगर इसे बढ़ने दिया जाता है, तो विष रक्तप्रवाह में प्रवेश कर सकता है, जिससे गुर्दे, हृदय और तंत्रिका जैसे अंगों को पहुँचता है।

त्वचा के खुले घाव या फोड़े (अल्सर) रोग के संक्रमण का एक और तरीका है।

बच्चे को डिप्थीरिया का टीका कब लगवाना चाहिए?

डिप्थीरिया टीकाकरण(वैक्सीनेशन), जिसमें टेटनस और पर्टुसिस भी मिश्रित है, बच्चों को डिप्थीरिया के साथ-साथ अन्य दो बीमारियों से बचाने के लिए अनुशंसित किया जाता है।

भारतीय बाल रोग अकादमी (आईएपी) की टीकाकरण व प्रतिरक्षण प्रथाओं की सलाहकार समिति( एसीवीआईपी) के अनुसार टीकाकरण(वैक्सीनेशन) तीन खुराकों में पूरा किया जाना चाहिए और प्रत्येक खुराक के लिए उम्र निम्नलिखित है:
6 सप्ताह
10 सप्ताह
14 सप्ताह
इसके अलावा, बूस्टर खुराक 16-18 महीने और 4-6 वर्ष की उम्र में दी जाती है।
टीडैप (कम प्रतिजन वाली मिश्रित टेटनस, डिप्थीरिया और अकोशिकीय पर्टुसिस) 10-12 वर्ष की उम्र में दी जाती है।
वयस्कों को भी बूस्टर खुराक (टीडैप) की आवश्यकता होती है।

अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने बाल रोग चिकित्सक (पीडियाट्रिशन) से परामर्श लें। हालांकि अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

डिप्थीरिया टीकाकरण(वैक्सीनेशन) के सामान्य दुष्प्रभाव क्या हैं?

डिप्थीरिया टीकाकरण(वैक्सीनेशन) के कुछ दुष्प्रभाव (साइड इफेक्ट्स) हैं:

टीके की जगह पर सूजन या दर्द बुखार
भूख में कमी
उल्टी
लगभग 3 घंटे तक घबराना और रोना कुछ ऐसे भी हैं, जो कभी कभी होते हैं लेकिन गंभीर हैं,

इन दुष्प्रभावों में से कुछ दौरा पड़ना, ब्रेन डैमेज, परिवर्तित चेतना (ऑल्टर्ड कॉन्शियसनेस) और कोमा में जाना हैं।
यदि आप ऐसा कोई भी लक्षण देखते हैं, तो तुरंत अपने बाल रोग चिकित्सक (पीडियाट्रिशन) से परामर्श लें।
दुष्प्रभावों (साइड इफेक्ट्स) के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

डिप्थीरिया का टीका किसे नहीं लगवाना चाहिए?

यदि आपके बच्चे को पिछले किसी भी डिप्थीरिया युक्त टीकाकरण (वैक्सीनेशन) से एलर्जी संबंधी प्रतिक्रिया(एलर्जिक रिएक्शन) या अतिसंवेदनशीलता का अनुभव हुआ है, तो उनके अगले डिप्थीरिया टीकाकरण(वैक्सीनेशन) से पहले डॉक्टर के साथ परामर्श करना उचित रहेगा।

तेज गंभीर बुखार (बुखार जो आमतौर पर लगभग एक सप्ताह तक बना रहता है) के मामलों में डिप्थीरिया के टीकाकरण(वैक्सीनेशन) को स्थगित कर दिया जाता है। किसी भी टीकाकरण(वैक्सीनेशन) के बाद एलर्जी या बीमारियों के मामलों में अपने बाल रोग चिकित्सक (पीडियाट्रिशन) को सूचित करें।

ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड द्वारा प्रारंभ की गई एक जन जागरूकता पहल। डॉ. एनी बेसेंट रोड, वर्ली, मुंबई 400 030, भारत।

इस सामग्री में प्रदर्शित होने वाली जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। इस सामग्री में दी गई जानकारी किसी भी तरह का चिकित्सा-संबंधी परामर्श नहीं है। अपनी परिस्थिति के संबंध में किसी भी चिकित्सा-संबंधी संदेह, किसी भी प्रश्न या चिंता के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लें। टीकाकरण(वैक्सीनेशन) के लिए निर्दिष्ट रोग सूची पूर्ण नहीं है, टीकाकरण(वैक्सीनेशन) की पूर्ण समय-सारणी के लिए कृपया अपने बच्चे के बाल रोग चिकित्सक (पीडियाट्रिशन) से परामर्श लें। इस सामग्री में दिखाए गए डॉक्टर केवल उदाहरण के लिए प्रस्तुत किये गये हैं और वास्तव में वे पेशेवर मॉडल हैं। रोग के आइकॉन/चित्र और एनीमेशन केवल उदाहरण के लिए प्रदर्शित किये गये हैं।

अपने बच्चे की सुरक्षा में संभावित कमियों को पहचानें

यह देखने के लिए एक व्यक्तिगत टाइमलाइन बनाएं कि क्या आपके बच्चे का टीकाकरण छूट तो नही गया है*.

अभी उपयोग करना प्रारंभ करें

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यहाँ बताये गये रोगों की सूची आईएपी (भारतीय बाल चिकित्सा अकादमी या इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स) द्वारा उनकी सामान्य व कैचअप वैक्सीनेशन सिफारिशों के तहत जारी वैक्सीन द्वारा रोके जा सकने वाले रोगों की सूची में शामिल है। इस सूची के अलावा भी ऐसे कई रोग हो सकते हैं, जो आपके बच्चे को प्रभावित कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने बाल रोग चिकित्सक (पीडियाट्रिशन) से परामर्श लें।
ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड द्वारा प्रारंभ की गई एक जन जागरूकता पहल। डॉ. एनी बेसेंट रोड, वर्ली, मुंबई 400 030, भारत। इस सामग्री में प्रदर्शित होने वाली जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। इस सामग्री में दी गई जानकारी किसी भी तरह का चिकित्सा-संबंधी परामर्श नहीं है। अपनी परिस्थिति के संबंध में किसी भी चिकित्सा-संबंधी संदेह, किसी भी प्रश्न या चिंता के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लें। टीकाकरण(वैक्सीनेशन) के लिए निर्दिष्ट रोग सूची पूर्ण नहीं है, टीकाकरण(वैक्सीनेशन) की पूर्ण समय-सारणी के लिए कृपया अपने बच्चे के बाल रोग चिकित्सक (पीडियाट्रिशन) से परामर्श लें। इस सामग्री में दिखाए गए डॉक्टर केवल उदाहरण के लिए प्रस्तुत किये गये हैं और वास्तव में वे पेशेवर मॉडल हैं।
सीएल कोड: NP-IN-ABX-WCNT-210003, DoP Dec 2021

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